सारांश
समीक्षा की गई Climax™
द्वारा लिखा गया Laurène Dorléac
प्रकाशित दिनांक 17/12/2024
अपडेट किया गया 24/03/2025
क्या कभी सोचा है कि सिर्फ एक चुंबन कितनी चीज़ें बदल सकता है? यह लेख आपको बताएगा कि किस तरह एक चुंबन इंसानी जुड़ाव, इच्छा और रिश्तों में गहराई लाता है। जानिए वैज्ञानिक वजहें, फायदें, हॉर्मोंस की भूमिका और कैसे सही तकनीक रिश्तों को मजबूत करती है। पढ़िए और अपने संबंधों में एक नया रंग भरें।
क्या किस बस एक साधारण स्पर्श है? असल में, यह आकर्षण, केमिस्ट्री और रिलेशनशिप में जुड़ाव को समझने का एक जरिया है। किस करना क्यों इतना असरदार है? विज्ञान क्या कहता है?
पहला किस ही बहुत कुछ कह देता है। विज्ञान बताता है कि जब हम किस करते हैं, तो हम पार्टनर की गंध और फेरेमोन का अनुभव करते हैं, जिससे हमें जेनेटिक कंपैटिबिलिटी का संकेत मिलता है। खासतौर पर महिलाओं को वे पुरुष ज्यादा आकर्षक लगते हैं जिनका इम्यून सिस्टम उनसे अलग होता है, जिससे भविष्य की संतान मजबूत बन सके।
एक अच्छा किस दिमाग में डोपामिन (रौमान और उत्तेजना), सेरोटोनिन (मूड और नवीनता) और ऑक्सीटोसिन (लगाव और स्नेह) जैसे हार्मोन छोड़ता है। यही नहीं, एक पैशनेट किस एक मिनट में करीब 24 कैलोरी तक जला सकता है!
रिसर्च बताती है कि, संभोग के दौरान गहरे किस से महिलाओं में ऑर्गेज्म की संभावना बढ़ जाती है। यानी, जुड़ाव और आत्मविश्वास की शुरुआत अक्सर एक किस से होती है।
एक खराब किस दोनों के लिए रिश्ते का दांव बिगाड़ सकता है, लेकिन अक्सर महिलाएं इसपर ज्यादा ध्यान देती हैं। पुरुष पहले चेहरे का आकर्षण देखते हैं, जबकि महिलाएं मुख स्वास्थ्य को महत्व देती हैं। पुरुष एक बुरा किस भी नजरअंदाज कर सकते हैं, मगर महिलाएं इससे आगे बढ़ना पसंद नहीं करतीं।
पुरुष अक्सर डीप किस को प्राथमिकता देते हैं। उनके सलाइवा में कम मात्र में टेस्टोस्टेरोन होता है, जो समय के साथ महिला की इच्छा को बढ़ा सकता है।
हर रिश्ता अद्भुत होता है, और एक अच्छा किस रिश्ते को गहराई देता है। और अधिक गहराई के लिए देखें Climax™।
1. Is the Romantic–Sexual Kiss a Near Human Universal? William R. Jankowiak, Shelly L. Volsche, Justin R. Garcia, 2015
2. Frederick DA, John HKS, Garcia JR, Lloyd EA. अमेरिका की राष्ट्रीय सैंपल में समलैंगिक, समलैंगिक, उभयलिंगी और विषमलैंगिक पुरुषों और महिलाओं में ऑर्गेज्म आवृत्ति में अंतर। Arch Sex Behav. 2018 Jan;47(1):273-288. doi:10.1007/s10508-017-0939-z
3. The Science of Kissing: What Our Lips Are Telling Us, Sheril Kirshenbaum, हेलन फिशर, रटगर्स यूनिवर्सिटी का हवाला
4. https://www.albright.edu/faculty-detail/susan-hughes-ph-d/